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Regional Headlines | 10-11-2017
नई दिल्ली।
गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल में सात साल के प्रद्युम्न मर्डर केस में एक के बाद एक नए खुलासे सामने आ रहे हैं. इस मामले में जहां पहले स्कूल बस के कंडक्टर को हत्या का आरोपी बताया गया था. वहीं सीबीआई जांच में सामने आया कि प्रद्युम्न की हत्या उसी के स्कूल के 11वीं के एक छात्र ने की है.
सीबीआई ने इस मामले में मुख्य संदिग्ध 11वीं क्लास के 16 साल के एक छात्र को माना है. बताया जा रहा है कि आरोपी छात्र ने एग्जाम और पेरेंट-टीचर-मीटिंग स्थगित कराने के लिए प्रद्युम्न की हत्या की. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी छात्र ने सिर्फ एग्जाम और पीटीएम पोस्टपोन कराने के लिए हत्या की साजिश रची. उसका मानना था कि अगर कुछ बड़ा होता है, तो अथॉरिटीज को मजबूरन स्कूल बंद करने पड़ेंगे.
सीबीआई पूछताछ में 11वीं के छात्र ने बताया है कि मैं ब्लैंक हो गया था और जो मुझे करना था, बस मैंने वो कर दिया. छात्र के बारे में उसके दोस्तों ने कुछ अहम जानकारियां दी हैं. आरोपी छात्र के दोस्तों का कहना है कि वो अक्सर बदमाशियां करता था और किसी पर भी हाथ उठाने के लिए तैयार रहता था.
सीबीआई जांच में पाया गया है कि जिस चाकू को बस कंडक्टर अशोक द्वारा बस से लाने की बात की जा रही है, वह चाकू प्रद्युम्न के मर्डर में इस्तेमाल ही नहीं हुआ है. सीबीआई सूत्र के मुताबिक सीबीआई ने एक और चाकू बरामद किया है, जिसने हरियाणा पुलिस की बस से चाकू लाने की थ्योरी को नकार दिया.
वहीं सीबीआई ने इस मामले में बस कंडक्टर अशोक कुमार को क्लीन चिट दी है. जबकि हरियाणा पुलिस ने दावा किया था कि प्रद्युम्न का मर्डर अशोक ने ही किया है. सीबीआई ने कहा है कि उसे अशोक के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है और न ही प्रद्युम्न के साथ किसी तरह के यौन शोषण होने के कोई सुराग मिले हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी छात्र ने सीबीआई को बताया है कि आठ सितंबर की सुबह आरोपी छात्र के पास चाकू था और वो अपने शिकार के लिए टॉयलेट के पास गैलरी में इंतजार कर रहा था. वो प्रद्युम्न को ठीक से नहीं जानता था और उसने बिना कुछ सोचे समझे ही उसे निशाना बनाया था.