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Regional Headlines | 05-12-2017
नई दिल्ली।
कांग्रेस प्रेसिडेंट पोस्ट के लिए हो रहे चुनाव में राहुल गांधी ने सोमवार को नॉमिनेशन फाइल किया। सीनियर लीडर कमलनाथ, शीला दीक्षित, मोतिलाल वोरा, तरुण गोगोई राहुल के नाम के प्रस्तावक बने। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद रहे। समझा जा रहा है कि चुनाव में राहुल अकेले उम्मीदवार ही रहेंगे। सोमवार को नामांकन की आखिरी तारीख है। रविवार तक किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया था। पांच दिसंबर को इनकी स्क्रूटनी होगी। अगर राहुल के खिलाफ कोई और कैंडिडेट नॉमिनेशन फाइल नहीं करता है तो पांच दिसंबर को ही यह तय हो जाएगा कि वे ही अगले पार्टी प्रेसिडेंट होंगे। ऐसा हुआ तो वे इस पद पर पहुंचने वाले नेहरू-गांधी परिवार के छठे शख्स होंगे।
राहुल की अगुआई में बढ़े महान परंपरा
इस मौके पर मनमोहन सिंह ने कहा, "19 साल तक सोनिया गांधी ने कांग्रेस को लीड किया। अब राहुल गांधी की अगुआई में पार्टी अपनी महान परंपरा को आगे बढ़ाएगी।"
पहले बीजेपी से पूछो..
इस मौके पर पार्टी के सीनियर लीडर कमलनाथ से इलेक्शन की प्रॉसेस पर उठाए जा रहे सवालों पर मीडिया ने जवाब मांगा।
इस पर कमलनाथ ने कहा, "क्या बीजेपी के प्रेसिडेंट चुने गए थे? क्या नितिन गडकरी को बैलट प्रॉसेस से चुना गया था? पहले उनसे जाकर पूछो।"
अब राहुल की पार्टी को आगे ले जाएं
कांग्रेस के सीनियर लीडर डॉ. करण सिंह ने कहा, "सोनिया जी कांग्रेस को नई ऊंचाइयों पर ले गईं। उनकी लीडरशिप में हम कई इलेक्शन जीते। अब राहुल गांधी की जिम्मेदारी है कि वे पार्टी को आगे ले जाएं।"
रविवार को पार्टी प्रेसिडेंट के इलेक्शन से जुड़ी प्रॉसेस और 47 साल के कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल के नाॅमिनेशन को लेकर पार्टी हेडक्वार्टर में मीटिंग हुई। पार्टी के सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी चेयरमैन मुलापल्ली रामचंद्रन और इसके मेंबर मधुसूदन मिस्त्री ने इसमें हिस्सा लिया।
दोनों नेताओं ने राज्यों के रिटर्निंग अफसरों को इलेक्शन प्रॉसेस की जानकारी दी। हर राज्य की यूनिट के 10 डेलिगेट्स को नॉमिनेशन पेपर्स का एक-एक सेट भेजने को कहा गया है जिसमें राहुल को अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव हो।
माना जा रहा है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और कांग्रेस के दूसरे बड़े नेता भी राहुल के नाम का प्रस्ताव कर सकते हैं। इसके अलावा, ये नेता राहुल के नॉमिनेशन फाइल करने के दौरान भी मौजूद रहेंगे।
बतौर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल की ताजपोशी का एलान 5 दिसंबर को हो सकता है। ऐसा इसलिए मुमकिन है, क्योंकि इस बात की संभावना नहीं के बराबर है कि राहुल के मुकाबले के लिए कांग्रेस का कोई दूसरा नेता मैदान में उतरे।
1 से 4 दिसंबर तक नामांकन भरा जाना तय था। 5 को इनकी स्क्रूटनी होगी। एक से ज्यादा नामांकन होने पर 16 को वोटिंग और 19 को नतीजे जारी होंगे।
सूत्र कहते हैं कि राहुल के खिलाफ कोई नहीं खड़ा होगा। ऐसे में 5 दिसंबर को वे निर्विरोध चुने जाएंगे। गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को मतदान हैं। अध्यक्ष चुने जाने पर यह पद संभालने वाले राहुल नेहरू-गांधी परिवार के छठे शख्स होंगे। कांग्रेस में सोनिया सबसे ज्यादा 19 साल से अध्यक्ष हैं।
7 साल बाद पार्टी में चुनाव, अध्यक्ष बनने वाले नेहरू-गांधी परिवार के छठे शख्स होंगे राहुल।
132 साल में नेहरू-गांधी परिवार 44 साल अध्यक्ष रहा; मोतीलाल से राजीव तक 25 साल रहे।
परिवार में पं. नेहरू सबसे कम 40 साल की उम्र में तो सोनिया सबसे ज्यादा 52 की उम्र में अध्यक्ष बनीं।
जनवरी, 2013 में कांग्रेस उपाध्यक्ष चुने गए थे राहुल, तब से कांग्रेस करीब 27 चुनावों में हारी।
कांग्रेस में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने वाले राहुल तीसरे नेता हैं। उनसे पहले उपाध्यक्ष रहे दो नेताओं का पॉलिटिकल करियर ज्यादा ऊंचाई हासिल नहीं कर पाया। 1986 में अर्जुन सिंह और 1997 में जितेंद्र प्रसाद इस पद पर रहे थे, लेकिन दोनों किसी और ऊंचे मुकाम पर नहीं पहुंच पाए।
सोनिया कांग्रेस में मुख्य संरक्षक की भमिूका में रह सकती हैं। पार्टी के नेशनल स्पोक्सपर्सन रणदीप सुरजेवाला ने 20 नवंबर को कहा था, “सोनिया जी हमारी नेता और मार्गदर्शक हैं। उनका कुशल नेतृत्व और दिशा-निर्देश हमेशा उपलब्ध रहेंगे।”