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National Trend | 27-01-2018
वाशिंगटन, एजेंसी ।
शुक्रवार जहां एक तरफ पूरे देश में बड़े धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया वहीं संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी राष्ट्रीय पर्व को सेलिब्रेट किया गया। इस समारोह में संयुक्त राष्ट्र के निश्चित पांच सदस्यों में से चार रुस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन के राजदूतों ने भाग लिया लेकिन अमेरिकी राजदूत ने इस कार्यक्रम में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली एकमात्र पी-5 देश की राजदूत थी जो इस समारोह में शामिल नहीं हुई। इसका आयोजन संयुक्त राष्ट्र में स्थायी मिशन ऑफ इंडिया और न्यूयार्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। हेली की जगह एक शीर्ष राजनायिक को इस प्रोग्राम में उपस्थित हुए। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी की भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मौजूदगी ने सबको हैरान किया।
संयक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत से दूर देश के लोग अपने गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहे हैं। उन्होने आगे कहा, 'हम इस शाम के आभारी हैं कि कई प्रतिष्ठित अधिकारी और प्रतिनिधि हमारे साथ जुड़े। मैं महासभा के प्रेसीडेंट, न्यू यॉर्क के लेफ्टिनेंट गवर्नर और डिप्टी महासचिव का आभार का व्यक्त करता हूं जो इस अवसर पर हमारे साथ हैं।'
कई संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों के लिए यह यूएन में राजदूतों के सबसे बड़े सम्मेलनों में से एक था। अमेरिका में भारतीय राजदूत, नवतेज सिंह सरना ने भारतीय ध्वज फहराए जाने से पहले महात्मा गांधी की मूर्तियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उस समय वाशिंगटन में दूतावास के बाहर भारतीय दूतावास के स्टाफ और भारतीय अमेरिकी समुदाय के सदस्य उपस्थिति थे।
अकबरुद्दीन ने न्यूयॉर्क में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके अलावा न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को, शिकागो, ह्यूस्टन, और अटलांटा में भी भारतीय गणतंत्र दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम किए गए।