भारतीय खाने-पेय-डिशेस के लिए सबसे अच्छे क्या
भारत में खाने के विकल्प इतने हैं कि फैसला करना मुश्किल हो सकता है। पर हर रोज़ और खास मौके के लिए कुछ खास डिशेस ऐसे हैं जो स्वाद, पौष्टिकता और आसानी तीनों में टॉप रहते हैं। आप घर के लिए, बाहर खाने या यात्रा में ले जाने के लिए क्या चुनें—यहाँ सरल सुझाव मिलेंगे।
किसी भी खाने को ‘‘सबसे अच्छा’’ बनाती है उसकी पोषण मान, बनावट और तैयार करने में लगने वाला समय। क्या आप ऊर्जा चाहते हैं, वजन कंट्रोल या सिर्फ स्वाद? आपके लक्ष्य के हिसाब से नीचे दिए विकल्प काम आएँगे।
बेस्ट डेली और हेल्दी ऑप्शन्स
सुबह के लिए: आलू परांठा अच्छा टेस्टी ऑप्शन है, पर अगर हेल्दी चाहिए तो बेसन चीला, ओट्स उपमा या मिक्स्ड सब्ज़ियों वाला पराठा चुनें। ये फाइबर और प्रोटीन देते हैं और पेट लंबे समय तक भरा रहता है।
मध्यान्ह/लंच: दाल-चावल या दाल-रोटी हमेशा संतुलित आते हैं। मसूर या चना दाल में प्रोटीन होता है, और साथ में सब्ज़ी या सलाद जोड़ दें। राजमा-छोले भी बेहतर विकल्प हैं अगर आप कार्बोहाइड्रेट के साथ प्रोटीन चाहते हैं।
शाम का नाश्ता: समोसा और पकौड़े स्वादिष्ट होते हैं पर भारी होते हैं। हल्का और बेहतर विकल्प दूध के साथ मुठिया, भुना चना या मूंग स्प्राउट चाट है।
डिनर: हल्का रखें—सब्ज़ी के साथ द्रव-आधारित करी, ग्रिल्ड पनीर या तंदूरी सब्ज़ियां बेहतर रहती हैं। रात में भारी राइस और तेल-वाली चीजें कम करें तो नींद और पाचन दोनों अच्छे रहते हैं।
पेय: छाछ, लस्सी और काढ़ा रोज़मर्रा में बेस्ट हैं। गुनगुना दूध या हल्की मसाला वाली हल्दी-दूध भी सर्दियों में मदद करता है। मीठे शत्रु—कोल्ड ड्रिंक और बोतलबंद जूस कम लें।
स्वाद-आधारित और त्योहारों के लिए टॉप पिक
त्योहार और मेहमानों के लिए कौनसा खाना चुने? पनीर बटर मसाला, बिरयानी, लहरेदार रसदार कबाब और तंदूरी रोटियाँ बड़े चाव से खायी जाती हैं। ये स्वाद में भरी और शौकीनों को खुश करने वाले होते हैं।
डेसर्ट: गुलाब जामुन, रसगुल्ला या सूजी हलवा—तीन में से कोई भी मिठाई त्योहारी माहौल बना देती है। पर हिस्से छोटे रखें ताकि मीठा ज़्यादा न हो।
स्ट्रीट फूड: चाट, कटोरियों में सेव-पूरी, पाव भाजी और डाल-बाटी जैसे व्यंजन बाहर खाने के लिए बढ़िया होते हैं। जब बाहर खाएं तो भी ताजी और कम तेल वाली चीज़ें चुनें।
तेज़ और आसान: अगर समय कम है तो पुलाव, खिचड़ी या तवा मसाला गोभी जल्दी बन जाते हैं और पेट भरते हैं। टिक्का या सैलेड के साथ साइड रखें तो पोषण भी पूरा होता है।
तेज़ निर्णय के लिए छोटा नियम: अगर ऊर्जा चाहिए—कार्ब्स लें, अगर बनावट और स्वाद चाहिए—घी या मक्खन सीमित मात्रा में, और यदि स्वास्थ्य प्राथमिकता है—प्रोटीन और सब्ज़ियाँ ज्यादा रखें।
इन सुझावों से आप रोज़मर्रा और खास मौकों दोनों के लिए अच्छे विकल्प चुन पाएँगे। स्वाद को नहीं छोड़े, पर संतुलन और आपसी पसंद ध्यान में रखें—यही सबसे काम का तरीका है।