स्वास्थ्य और पोषण: रोज़मर्रा के सरल कदम
आपका स्वास्थ्य रोज़ की आदतों से बनता है। छोटे बदलाव बड़े असर देते हैं। यहाँ ऐसे आसान और प्रैक्टिकल सुझाव हैं जिन्हें आप अभी से अपना सकते हैं।
डाइट और पोषण पर सीधे-सीधे बातें
तले हुए खाने पर अक्सर चर्चा होती है — हमारी वेबसाइट पर भी एक लेख है जिसका शीर्षक है "सबसे अधिक अस्वस्थ भारतीय भोजन कौन सा है?"। सच यही है कि ज्यादा तला हुआ और ज्यादा तेल वाला खाना लंबे समय में नुकसान पहुंचाता है। इसे कम करने के लिए आप सब्जियों को भाप में पकाएं, बेक करें या एयर‑फ्राय करें।
प्रोटीन रोज़ाना जरूरी है। दालें, छोले, मूंग, पनीर, दही और अंडे अच्छे स्रोत हैं। शाकाहारी विकल्पों में राजमा और सोया भी शामिल करें। भोजन में प्रोटीन होने से भूख नियंत्रित रहती है और मांसपेशियां ठीक रहती हैं।
साबुत अनाज चुनें। चावल‑गहुँ के साथ मिलाकर ब्राउन राइस और जौ जैसी चीज़ें लें। सफेद आटे की बजाय आटा कम परांठा या आटा‑चपाती बनाएं। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
मीठा और तेज नमक कम करें। टिफिन के पैकेट वाले खाने और प्रोसेस्ड चीज़ों में छिपा नमक और शुगर ज्यादा होता है। अगर लेबल पढ़ेंगे तो तुरंत समझ आ जाएगा कि क्या अच्छा है और क्या नहीं।
रोज़मर्रा की आदतें जो मदद करेंगी
हाइड्रेशन की आदत डालें। कम से कम 2 लीटर पानी रोज़ पिएं। पानी पाचन और त्वचा दोनों के लिए अच्छा है। खाने के बीच धीरे‑धीरे घून्फ लें, और ठंडा पानी बहुत खाने के साथ कम पिएं।
नाश्ता कभी मत छोड़ें। नाश्ते में ओट्स, दही या अंडा‑सलाद लेना अच्छा रहता है। इससे दिनभर ऊर्जा मिलती है और अनियंत्रित स्नैक्स की आदत नहीं पड़ती।
हर रोज हल्की‑फुल्की फ़िजिकल एक्टिविटी जरूरी है। तेज चलना, सीढ़ियां चढ़ना या घर पर 20–30 मिनट की वर्कआउट रूटीन रखना काफी होता है। आहार और कसरत दोनों साथ चलें तो परिणाम अच्छे मिलते हैं।
पोर्टियन कंट्रोल सीखें। प्लेट में आधा हिस्सा सब्जियों का, एक‑चौथाई प्रोटीन और एक‑चौथाई अनाज रखें। यह सरल नियम खाने की मात्रा नियंत्रित कर देता है।
छोटी‑छोटी चेक‑अप्स कराते रहें। ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल नियमित रूप से जांचें। समस्या समय रहते पकड़ने पर इलाज आसान रहता है।
अगर आप रोज़मर्रा के खाने में छोटे, स्थायी बदलाव लाएंगे — जैसे तला हुआ घटाना, प्रोटीन बढ़ाना, और पानी ज्यादा पीना — तो फर्क बहुत जल्दी दिखेगा। हमारे लेखों में आपको स्थानीय और ताज़ा सुझाव मिलते रहेंगे। पढ़िए और अपनी दिनचर्या में आज ही बदलाव लाना शुरू कीजिए।