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    लखनऊ। 

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि असोम की एनआरसी के दौरान कुछ खामियां रहीं जिनको दूर किया जा रहा है। यही नहीं सरकार अब पूरे देश में एनआरसी करवाएगी। हमारी सरकार ने छोटे उद्योग में पोर्टल शुरू किया। उद्यम सखी है, जिस पर सारी जानकारी उपलब्ध है। आप सब उसको देखें। फिक्की में ऐसे कार्यक्रमों से महिलाओं में आत्मविश्वास आता है। कार्यक्रम की उपयोगिता होती है, मेरी पोस्ट देखकर मुझे मत आंकिये। पद से कद बड़ा नहीं होता है। कद कृतियों से बड़ा होता है, व्यवहार से बड़ा होता है, मैं निरा गांव का ही हूं। साधारण किसान परिवार से हूं। ये बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फिक्की फ्लो की ओर से फेस टू फेस कार्यक्रम में कही। 

    राजनाथ सिंह ने असोम से आई महिला उद्यमी के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब गृहमंत्री था तब भी एनआरसी हुई थी। सरकार पूरे देश में एनआरसी करवा रही है। हमारा ये हक है कि हम ये जानें कि आखिर देश कौन स्वदेशी है और कौन विदेशी। 

     

    फिजिक्स से एमएससी किया 

    हम राजनीति समाज और देश बनाने के लिए करते थे। नकल अध्यादेश इसी सोच के तहत लाये हैं। मैंने एमएलए से लेकर रक्षा मंत्री तक का सफर तय किया। आज देश सुरक्षित हैं, हमारे प्रधानमंत्री फैसले लेने में बिल्कुल देर नहीं करते हैं। भारत के प्रति दुनिया में सम्मान बढ़ा है। सब भारत को ताकतवर मानते हैं। भारत में लोगों को आर्थिक लाभ देख रहे हैं। मुद्रा योजना में बिना सिक्योरिटी का लाभ लिया है। सबसे  ज्यादा महिला, पिछड़े और एससी एसटी हैं। आप सबका सहयोग समाज निर्माण है।

     

    गांव की महिला की तरह सीधा सवाल पूछेंगे 

    फिक्की फ्लो आर्गेनाजेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष हरजिंदर कौर तलवाड़ ने बताया कि मेरे लिए यहां बहुत खुशी की बात है। हम सब गांव की छोरी थीम पर सजकर आएं हैं। हम सब आज गांव की महिला की तरह सीधा सवाल पूछेंगे। ये पत्नी की बात मानते हैं और यहां तक इसी वजह से पहुंचे हैं। 

     

    हम भारत को जहां तक ले जाना चाहते हैं। वहां महिलाओं की मदद बहुत जरूरी है। फाइव ट्रिलियन इकॉनमी में इनका बड़ा योगदान होगा। वीमेन इन्त्रप्रन्योरशिप में बहुत दिक्क्त हैं। मगर वे बड़ी ताकत बन चुकी हैं। मैं जब भाजपा अध्यक्ष था तब संगठन में महिलाओं के लिए 33 फीसद रिजेर्वेशन किया था। महिलाओं में किसी तरह का काम्प्लेक्स नहीं होना चाहिए। हमारे देश में मैत्रीय, अपाला और गार्गी जैसी महिलाएं उदाहरण हैं।