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रुद्रप्रयाग। 

वर्ष 2013 की आपदा में उजड़ी केदारपुरी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों के अनुरूप आकार लेने लगी है। पीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर लगभग तीन सौ मजदूर विषम हालात में भी निर्माण कार्यों में जुटे हैं। यहां तापमान शून्य से नीचे होने पर उनके हौसले नहीं डिगे। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले यात्रा सीजन तक अधिकांश कार्य पूर्ण हो जाएंगे। 

प्रोजेक्ट को लेकर प्रधानमंत्री शुरू से ही संजीदा नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि वह और उनके कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी लगातार इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं। साथ ही पीएम ने वहां चल रहे निर्माण कार्यों को ड्रोन के माध्यम से देखा।  

20 अक्टूबर को रखी थी पांच योजनाओं की नींव

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल 20 अक्टूबर का केदारनाथ धाम में पांच योजनाओं की नींव रखी थी। इन्हें पूरा करने की समय सीमा भी उन्होंने तय की हुई है। इसी अनुरूप प्रशासनिक अमला युद्धस्तर पर वहां जुटा हुआ है। राज्य सरकार कार्यों की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से ली जा रही है। 

दिखाई देने लगी है झलक

पांच महीने बाद अब केदारनाथ धाम में पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट की झलक दिखाई देने लगी है। पीएम की इच्छा के अनुरूप मंदिर के आसपास के भवनों को हटाकर समतल कर दिया गया है। मंदिर के दर्शन मंदाकिनी और सरस्वती नदी के संगम से ही होने लगे हैं। 

मंदिर परिसर से संगम तट तक तीन मीटर लंबा और पचास फीट चौड़ा पैदल मार्ग बनाने का कार्य लगभग साठ फीसद पूरा हो चुका है। आपदा के बाद से अलग-थलग पड़ी गरुड़चट्टी को फिर से जोड़ने के लिए पैदल मार्ग पर भी जोर-शोर से काम चल रहा है। 

  

गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल मार्ग के चौड़ीकरण का काम शुरू हो गया है। केदारनाथ मंदिर के पीछे शंकराचार्य समाधि का सौन्दर्यीकरण यहां बाढ़ सुरक्षा कार्य होने अभी बाकी हैं। फिलहाल पांच सौ करोड़ रुपये तय हुए हैं। जैसे-जैसे इसमें नए काम जुड़ते जाएंगे, बजट भी उसी अनुरूप बढ़ जाएगा। 

तीर्थ पुरोहितों के लिए 43 भवन तैयार

तीर्थ पुरोहितों के लिए 43 भवन बनकर तैयार हो गए हैं, इन्हें इस साल यात्रा शुरू होने से पहले उन्हें आवंटित करने की योजना है। ताकि, यात्राकाल में श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

रात में भी हो रहा काम

ड्रीम प्रोजेक्ट पर रात और दिन काम हो रहा है। यहां रात के समय तापमान शून्य से दस डिग्री तक नीचे लुढ़का, लेकिन निर्माण कार्य में जुटे श्रमिकों हिम्मत नहीं हारे। कई मौकों पर विपक्षी दल के नेताओं ने भी वहां पहुंचकर उनके हौसले को सलाम किया और उनकी पीठ थपथपाई। 

यात्रा शुरू होने से पहले पूरा होगा लक्ष्य    

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के मुताबिक जो निर्माण कार्य ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल हैं, उन्हें पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है यात्रा शुरू होने से यह लक्ष्य हासिल हो जाएगा।

यात्रा शुरू होने तक लक्ष्य

- केदारनाथ मंदिर से तीन सौ मीटर लंबा और 50 फीट चौड़ा पैदल मार्ग

- केदारनाथ से गरुड़चट्टी को जोडऩे के लिए ढाई किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग 

- लिनचोली से केदारनाथ तक के पैदल मार्ग का चौड़ीकरण 

- तीर्थ पुरोहितों के लिए तैयार 43 नए भवनों का आवंटन

- सौंदर्यीकरण की योजना के तहत सरस्वती घाट का निर्माण

- केदारनाथ पैदल मार्ग पर चबूतरे का निर्माण 

इनमें लग सकता है अभी समय 

- शंकराचार्य समाधि व मंदिर के पीछे सौन्दर्यीकरण कार्य

- रामबाड़ा से गरुड़चट्टी तक पैदल मार्ग का निर्माण

- मंदाकिनी नदी किनारे और आसपास बाढ़ सुरक्षा कार्य 

कपाट खुलने वाले दिन आ सकते हैं पीएम

केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ बाबा के दर्शनों के लिए आ सकते हैं। प्रोटोकाल राज्य मंत्री धन ङ्क्षसह रावत के अनुसार इसकी प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बता दें कि इस बार धाम के कपाट 29 अप्रैल को खुलने हैं।

 

 

 

 

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