एयर इंडिया: क्या जानना जरूरी है?

एयर इंडिया भारत की राष्ट्रीय विमान सेवा है और देश भर के साथ कई अंतरराष्ट्रीय रूट चलाती है। अगर आप एयर इंडिया से सफर करने जा रहे हैं तो सबसे पहले टिकट, बैगेज पालिसी और चेक-इन नियम जान लेना काम आएगा। नीचे सीधी और काम की जानकारी दी जा रही है जो आपके अगले सफर में तुरंत इस्तेमाल हो सकती है।

बुकिंग और सस्ते टिकट पाने के आसान तरीके

टिकट लेने से पहले तारीखों में फ्लेक्सिबिलिटी देखें—एक-दो दिन आगे-पीछे करने से कीमत में फर्क पड़ता है। ऑफिशियल वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर कभी-कभी अच्छे ऑफर मिलते हैं, पर ऑफर ताज़ा रहने पर जल्दी बिक जाते हैं।

अगर आप पहले से योजनाबद्ध हैं तो एक्सेपलैंड की तुलना करके रिज़र्व करें और मिडवीक फ्लाइट्स पर नजर रखें—वो अक्सर सस्ती होती हैं। मीट-ऑफर, बैंक कैशबैक और कॉर्पोरेट डिस्काउंटों को भी चेक कर लें।

बैगेज, चेक-इन और फ्लाइट बदलाव

एयर इंडिया की शारीरिक और हैंड बैगेज की सीमा टिकट क्लास पर निर्भर करती है—इकोनॉमी, बिजनेस या पहला दर्जा। घरेलू फ्लाइट्स में सामान्यत: हैंडबैगेज 7 किग्रा के आसपास और चेक-इन बैग 15–25 किग्रा तक होता है; अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर रूल अलग होंगे।

ऑनलाइन चेक-इन से समय बचता है और बोर्डिंग पास मोबाइल में मिल जाता है। अगर फ्लाइट बदलनी पड़े तो एयर इंडिया की रिफंड और बदलाव पालिसी टिकट प्रकार पर निर्भर करती है—रिफंडेबल टिकट ज्यादा लचीलापन देते हैं।

फ्लाइट लेट हुई तो रीयल-टाइम अपडेट ऐप या एयरपोर्ट बोर्ड से लें। देर के केस में एयरलाइन आपको रिफ्लाइट या वाउचर दे सकती है—यह कंपनी नियम पर निर्भर करता है।

एयर इंडिया का फ्लाइंग रिटर्न्स (Flying Returns) प्रोग्राम बार-बार रहने वालों के लिए फायदे देता है—माइल्स जमा कर आप फری अपग्रेड या बुकिंग में छूट ले सकते हैं। इसके लिए माइल्स और प्रोग्राम स्तर पर ध्यान दें ताकि ज्यादा फायदा उठे।

कस्टमर सर्विस के लिए फोन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें—शिकायत तेज़ उठानी हो तो टिकट और पर्ची का रिकॉर्ड तैयार रखें। लाइव चैट और ईमेल से भी अधिकतर मामलें सुलझ जाते हैं।

सुरक्षा और स्वास्थ्य नियम समय-समय पर बदलते हैं। यात्रा से पहले एयर इंडिया की वेबसाइट पर COVID-19 या दूसरी हेल्थ गाइडलाइन चेक कर लें।

अंत में, अगर आप पहले से अच्छी तैयारी कर लेंगे—कॉन्टैक्ट नंबर, वैकल्पिक उड़ानें और बैगेज डॉक्यूमेंट साथ रखेंगे—तो यात्रा आसान और कम तनावभरी होगी। एयर इंडिया के साथ सफर करें तो नियम और ऑफर्स दोनों पर नजर रखें।

क्या अब एयर इंडिया निजीकृत हो गया है?
अर्पित भटनागर 0

क्या अब एयर इंडिया निजीकृत हो गया है?

अब एयर इंडिया एक निजी सेवा है जो अपने शेयरधारकों के माध्यम से प्राप्त किया गया है। एयर इंडिया को 51% सेवा तथा प्रबंधन शेयर अपने शेयरधारकों द्वारा बुनाया गया है। अब इस उद्योग में अधिकारी नहीं हैं। इसके अलावा, इसके द्वारा शेयरधारकों को पर्याप्त समुचित रूप से अधिकार दिया गया है।

आगे पढ़ें