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नई दिल्ली। 

Jamia Violence: जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति नजमा अख्तर के ऑफिस के बाहर बड़ी संख्या में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्र वीसी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि छात्रों ने वीसी के दफ्तर का घेराव किया हुआ है।

जानकारी के अनुसार, छात्र 'वाइस चांसलर चुप्पी तोड़ो' के नारे लगा रहे है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वीसी बताएं दिल्ली पुलिस के खिलाफ अब तक क्यों नहीं मामला दर्ज करवाया गया है। छात्रों का कहना है कि पुलिस को जामिया में घुसने की इजाजत किसने दी थी।

बताया जा रहा है कि छात्रों ने मुख्य गेट पर लगा ताला तोड़ने के बाद कार्यालय परिसर में घुस गए और वीसी के खिलाफ नारेबाजी की। वे कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं।  

दरअसल जामिया कैंपस में पिछले महीने हुई हिंसा के सिलसिले में छात्र दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति नजमा अख्तर के कार्यालय का घेराव किया है। इसके अलावा छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षाओं को फिर से कराए और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। 

सीएए के खिलाफ हुए थे हिंसक प्रदर्शन

बता दें कि दिसंबर महीने में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ जामिया नगर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। उपद्रवियों ने कई बसों और निजी वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। आरोप है कि कुछ प्रदर्शनकारी जामिया मिलिया इस्लामिया में घुस गए थे। 

दिल्ली पुलिस भी उपद्रवियों को पकड़ने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में घुस गई थी। आरोप है कि पुलिस बिना इजाजत यूनिवर्सिटी में घुसी थी और कुछ लोगों की पिटाई भी की थी। हालांकि पुलिस ने पिटाई के आरोपों का खंडन किया था और कहा था कि इजाजत लेने के बाद ही पुलिस जामिया में गई थी। पुलिस ने हिंसा मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया था।