नई दिल्ली।
यूपी में योगी सरकार के एक साल पूरे होने में अभी तीन महीने बाकी हैं. इधर कैबिनेट में फेरबदल की तैयारी शुरू हो चुकी है. कामकाज के लिहाज से कुछ मंत्रियों की छुट्टी तय है, कुछ नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं. साथ ही कुछ सीनियर मंत्रियों के विभाग बदले जाने की भी खबर है.
जानकारी के मुताबिक ये सब साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. कुछ विभागों को मर्ज (जोड़ा) किया जाएगा. कुछ नए विभाग भी बनाए जा सकते हैं. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि गुजरात चुनाव के बाद बीजेपी लोकसभा चुनाव की तैयारी में लग जाएगी.
फेरबदल से बीजेपी साधेगी सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन
इस बीच यूपी विधानसभा का सत्र भी शुरू होने जा रहा है. ये 14 दिसंबर से 22 दिसंबर तक चलेगा. इसके बाद सरकारी घोषणाओं के केंद्र में लोकसभा चुनाव ही रहेंगे. लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों को दायित्व सौंपे जाएंगे. इसमें सामाजिक और भौगोलिक संतुलन का भी ध्यान रखा जाएगा.
हाल ही में नीति आयोग ने यूपी सरकार को कुछ सुझाव दिए थे. इसके तहत यूपी की ब्यूरोक्रेसी को स्मार्ट और जवाबदेह बनाने के लिए एक-दूसरे से जुड़े विभागों का विलय किया जाना है. फेरबदल का ये भी एक बड़ा कारण हो सकता है.
इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि 9 महीने के कार्यकाल में सीएम ने कई मंत्रियों के कामकाजों को भी परख लिया है. इसमें कई मंत्री फिसड्डी साबित हुए हैं, जिनकी छुट्टी तय मानी जा रही है.