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    लखनऊ। 

    दुबई से शनिवार को लखनऊ आ रहे विमान में उस समय अफरातफरी मच गई, जब एक यात्री अपने कपड़े उतारकर नग्न अवस्था में विमान में टहलने लगा। क्रू मेंबर और अन्य यात्रियों की सहायता से उसे नियंत्रित किया गया। लखनऊ पहुंचने पर दो घंटे की पूछताछ के बाद उसे घरवालों के हवाले कर दिया गया।एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान आइएक्स-194 ने दुबई से शनिवार सुबह 7.58 बजे लखनऊ के लिए उड़ान भरी। विमान में करीब 150 यात्री सवार थे।

    बहराइच निवासी एक यात्री विमान के उड़ान भरने के बाद सुबह 8.32 बजे अजीबो-गरीब हरकतें करने लगा। उसने पहले अपनी पैंट को फाड़ दिया। आसपास बैठे यात्रियों ने जब उसे टोका तो वह कहने लगा कि मुझे पाकिस्तान नहीं जाना। मैं भारत में अपने घर वापस जाऊंगा। वहां मेरे घरवाले मेरा इंतजार कर रहे हैं। देखते ही देखते यात्री ने पूरे कपड़े उतार दिए। इसके बाद वह गैलरी में टहलने लगा। उसे देख क्रू मेंबर भी वहां आ गए। क्रू सदस्यों ने जब कपड़े उठाकर दिए तो उसने फेंक दिए। क्रू सदस्यों द्वारा कई बार मिन्नत के बाद भी जब यात्री नहीं माना तो पायलट को सूचना दी गई। इस पर पायलट ने अन्य यात्रियों से मदद की अपील की। इसके बाद यात्रियों की मदद से यात्री को नियंत्रित किया जा सका। उस पर कंबल ढंककर रखा गया, जिससे वह इधर-उधर न भाग सके। विमान की लैंडिंग लखनऊ में दोपहर 12.29 बजे हुई तो यात्री को एयर इंडिया एक्सप्रेस के अधिकारियों के हवाले कर दिया गया।

    दो घंटे चली पूछताछ 

    यात्री से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) और एयर इंडिया एक्सप्रेस के अधिकारियों ने दो घंटे तक पूछताछ की। लखनऊ पहुंचते ही यात्री सामान्य व्यवहार करने लगा। उसने पूछताछ में कहा कि वह कई साल से दुबई में काम कर रहा था। वहां उसका उत्पीडऩ हो रहा था। वेतन भी नहीं मिल रहा था। किसी तरह वह भागकर वहां से आ गया। उसने बताया कि विमान में उसने ऐसा व्यवहार क्यों किया, वह नहीं समझ सका। 

    गेट की सुरक्षा बढ़ाई 

    विमान में जिस समय यात्री हंगामा कर रहा था उस समय पायलट के निर्देश पर क्रू लॉबी और गेटों की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया। आशंका थी कि मानसिक संतुलन बिगडऩे पर यह यात्री गेट की तरफ भाग जाएगा। वहां स्थिति अनियंत्रित हो सकती थी। वहीं, क्रू लॉबी को पायलट ने भीतर से बंद कर लिया। यात्री को लेने के लिए उसके पिता, पत्नी और बहन के साथ ही बच्चे भी आए थे। घरवाले इंटरनेशनल टर्मिनल के आगमन गेट के बाहर उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने यात्री को सीआइएसएफ की कस्टडी में देखा, वे फूट-फूटकर रोने लगे। पूछताछ के बाद जब उसे छोड़ा गया तो उन्होंने राहत की सांस ली। 

    यात्री नशे में नहीं, तनाव में था

    यात्री से पूछताछ के बाद उसका मेडिकल कराया गया। इसमें उसके नशे में होने की पुष्टि नहीं हो सकी। साथ ही इमिग्रेशन और कस्टम सहित सभी औपचारिकताएं भी पूरी कराई गईं। इसमें सब कुछ सामान्य निकला।टर्मिनल मैनेजर एयर इंडिया शकील अहमद ने बताया कि यात्री तनाव में था। कई साल से वह दुबई में काम कर रहा था। पूछताछ में उसके नशे में होने जैसी कोई बात सामने नहीं आई। जांच में सबकुछ सामान्य निकला। इसके बाद उसे परिवार के सिपुर्द कर दिया गया। 

    पहले भी आए अजीबोगरीब मामले 

    पहले भी विमान में यात्रियों के ऐसे अजीबो-गरीब व्यवहार के मामले सामने आए हैं। पिछले दिनों ही दिल्ली से कोलकाता जाने वाले विमान यूके 707 में एक यात्री को सिगरेट पीने की तलब लगी। उसने क्रू सदस्यों से कहा कि बिना सिगरेट पीये वह नहीं जाएगा। करीब 20 मिनट तक भी जब यात्री न माना तो विमान को वापस दिल्ली डायवर्ट किया गया।